ICSE संक्षिप्त कहानियाँ : बात अठन्नी की

 ICSE  संक्षिप्त कहानियाँ : बात अठन्नी की


प्रश्न -  उत्तर :—

1. बात अठन्नी की कहानी का उद्देश्य?

> बात अठन्नी की कहानी का उद्देश्य वर्तमान न्याय व्यवस्था को दर्शाना हैं । समाज में पक्षपात रहित न्याय की कमी है अमीर लोग बड़े-बड़े अपराध करने के बाद भी  हमेशा बच जाते हैं यह अमीर भ्रष्टाचार में  लिप्त होते हैं। रिश्वत लेते और देते हैं गरीबों का शोषण करते हैं । और ऐसो आराम का जीवन जीते हैं वहीं दूसरी और गरीब लोग मामूली अपराध के लिए भी कठोर दंड के भागीदारी बन जाते हैं । समाज के इस व्यवस्था को अंत करने के लिए ही  इस कहानी  को लिखी गई है।


2. बात अठन्नी की कहानी के शीर्षक की सार्थकता?

> प्रस्तुत कहानी का शीर्षक सार्थक और सटीक लगता हैं , क्योंकि अठन्नी का आधार बनाकर समाज की न्याय व्यवस्था पर व्यंग किया गया है । रसीला जो गरीब व्यक्ति है केवल अठन्नी की हेरा-फेरी के कारण कठोर दंड का भागीदार बन जाता हैं । कहानी अठन्नी पर ही आधारित है , कहानी की कथावस्तु अठन्नी के आगे पीछे घूमती है इसलिए इसका शीर्षक बात अठन्नी की सार्थक लगता है।

3. रसीला का चरित्र चित्रण लिखें?

> रसीला इंजीनियर बाबू जगत सिंह के यहां नौकर था । वह अपने गाँव से आया था पैसे कमाने के लिए। उसका वेतन दस रुपए था। वेतन दस रुपए होने के बावजूद उसके घर का गुजारा ना चल पाता था, वह जितना कमाता सारे रुपए घर भेज दिया करता था। रसीला एक ईमानदार और परिश्रमी व्यक्ति था जिसे आठ आने ना चुकाने का दुख था।  वह एक अठन्नी की हेरा-फेरी के वजह से जेल में था वह चाहता तो अपना गुनाह स्वीकार ना करते हुए यह भी बोल सकता था कि उसे फंसाया जा रहा है, परंतु वह एक सीधा - साधा और ईमानदार व्यक्ति था इसलिए उसने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया और छः महीने तक जेल में था।


4. रमजा़न का चरित्र चित्रण लिखें?

> रमजा़न जिला मजिस्ट्रेट शेख सलीमुद्दीन कि यहाँ चौकीदार था। उसकी मित्रता रसीला के साथ थी जो इंजीनियर बाबू जगतसिंह के यहाँ नौकर था वह एक नेक दिल और दयालु स्वभाव का व्यक्ति था।  उसने समय पर रसीला की मदद कर इंसानियत का फर्ज निभाया था।  उसे इस बात का दुख था कि उसके मालिक रिश्वत लेन-देन का कार्य करते थे। उससे दुनिया की न्याय व्यवस्था पर बहुत गुस्सा आता था लेकिन वह इस व्यवस्था को बदल नहीं सकता था वह लाचार था।

5. इंजीनियरबाबू जगतसिंह का चरित्र चित्रण लिखें?

> इंजीनियर बाबू जिला मजिस्ट्रेट सेख सलीमुद्दीन के पड़ोस में रहते थे। इंजीनियर बाबू के यहां एक नौकर था जिसका नाम रसीला था जिसने अठन्नी की हेरा-फेरी की थी यदि इंजीनियरबाबू चाहते तो रसीला को माफ़ कर सकते थे पर उनके हृ़दय में दया भाव नाम की कोई चीज नहीं थी उन्होंने रसीला को बहुत मारा था बल्कि वह खुद बेईमान और पैसों के लालची व्यक्ति थे। वह दूसरों के काम कराने के लिए हमेशा लोगों से रिश्वत लेते थे। वह बिल्कुल निर्दय व्यक्ति थे क्योंकि जब रसीला के घर में उसके बच्चे बीमार थे तब इंजीनियर बाबू ने उसे मदद करने से साफ मना कर दिया था और जो व्यक्ति सालों से उनके यहाँ काम कर रहा था उसका वेतन भी वह नहीं बढ़ाना चाहते थे।

6. रसीला ने जगतसिंह से क्यों प्रार्थना की प्रार्थना का जवाब क्या मिला?

> रसीला ने जगत सिंह से प्रार्थना की क्योंकि उसके एक महीने की वेतन सिर्फ दस रुपए थी जिससे उसके घर का गुजारा नहीं चल पा रहा था इसलिए उसने जगहसिंह से वेतन बढ़ाने की प्रार्थना किया। रसीला को प्रार्थना का जवाब ना में मिला, जगतसिंह ने वेतन बढ़ाने के लिए साफ मना कर दिया।

7. किन के बीच मित्रता थी वह क्या करते थे?

> रमजा़न और रसीला के बीच  मैत्री थी। रमजा़न सेक सलीमुद्दीन के यहाँ चौकीदार था और रसीला इंजीनियर बाबू जगतसिंह के यहाँ नौकर था।

8. क्या सोचकर रसीला इंजीनियर बाबू जगतसिंह के यहाँ ठीक आ रहा?

> रसीला यह सोचकर इंजीनियर बाबू जगतसिंह की टीका रहा कि , "अमीर व्यक्ति जल्दी अपने घर के नौकरों पर भरोसा नहीं करते परंतु , यहाँ आज तक किसी ने मुझ पर संदेह नहीं किया। "

9. रसीला की उदासी का कारण क्या था?

> रसीला के उदासी का कारण उसके बीमार बच्चे थे जो गाँव में रहते थे।


10. एक दिन रसीला ने किसे क्या बात करते हुए सुना?

> एक दिन रसीला ने बाबू जगतसिंह के यहाँ बोलते हुए सुना कि ," पाँच में क्या होगा इतना कम रुपए देकर आप मेरा अपमान कर रहे हैं।" जब रसीला ने यह सब सुना तो वह समझ गया कि अंदर रिश्वत ली जा रही है, किसी कार्य को पूर्ण करने के लिए।

11. गुनाह का फल किसे मिलना चाहिए था परंतु क्यों नहीं मिला?

> गुनाह का फल बाबू जगतसिंह और शेख सलीमुद्दीन को मिलना चाहिए था क्योंकि वह लोग रिश्वत लेकर कोठियों में आराम से मीठी नींद में थे और एक अठन्नी का चोर काले को अंधेरे में जेल में बैठे पछता रहा था। इन बड़े लोगों के पास पैसे है, इसलिए अपने सारे गुनाहों को रिश्वत देकर छुपा लेते हैंं। परंतु एक गरीब व्यक्ति अपना एक गुना भी कबूल कर लेता है।

12. चोरी पकडी़ जाने पर बाबू जगतसिंह और शेख साहब ने रसीला के साथ कैसा व्यवहार किया?

> चोरी पकडे जाने पर इंजीनियरबाबू जगत सिंह और शेख साहब ने रसीला के साथ बहुत गंदा व्यवहार किया जगत सिंह ने उसे बड़े निर्दयता से मारा और मारते हुए थाना ले गए और रिश्वत देते हुए कहा, " मनवा लेना लातों के भूत बातों से नहीं मानते।" वही शेख साहब ने भी एक छोटी सी गलती के लिए उसे छह महीने की सजा सुना दी।

13. शेख साहब को न्याय प्रिय कहना उचित क्यों नहीं होगा उसका क्या कारण है, उत्तर दें?

> शेख साहब को न्याय प्रिय कहना उचित इसलिए नहीं होगा क्योंकि शेख साहब खुद रिश्वत लेने में सबकी ग्रुप है वह एक निर्णय और रिश्वतखोर व्यक्ति थे जो कोठरी के अंदर रिश्वत लेते थे परंतु लोगों को दिखाने के लिए बाहर न्याय करने का ढोंग करते थे और उन्होंने भी रसीला को चार लोगों के सामने छह महीने के लिए जेल में बंद कर दिया था।

14. हजार-पाँच के चोर और अठन्नी का चोर किन्हे कहा गया है ? इनमे क्या अंतर है।

> हम खुद बनना चाहते हैं हजार - पाँच के चोर सेक्स अलीमुद्दीन और इंजीनियर बाबू जगत सिंह को कहा गया है , और अठन्नी का चोर रसीला को कहा गया है इन में यह अंतर है , कि शेख सलीमुद्दीन और इंजीनियरबाबू जगत से रिश्वत लेते थे लोगों से और वह उनका काम करते थे वहीं दूसरी ओर अठन्नी का चोर अपना कर्जं उतारने के लिए अठन्नी का हेरा फेरी की थी।

15. इस कहानी में की व्यवस्था की ओर संकेत किया गया हैं, उससे दूर करने के उपाय बताए?

> इस कहानी में हमारे देश में हो रहे भ्रष्टाचार को दर्शाया गया है , जो हमारे देश को अंदर से खोखला बना दिया है। हमारे देश में आज अमीर वर्ग के लोग अपने गुनाहों को पैसों के वजह से छुपा लेते हैं , परंतु वहीं दूसरी और गरीब वर्ग के लोग अपने से छोटी गुनाह को भी कबूल कर लेते हैं। इस कहानी के माध्यम से यह बताया गया है कि हमारे देश को अंधेर नगरी बना दिया गया है जहाँ न्याय शब्द अब हमारे देश में बचा ही नहीं है।

16. रसीला क्या क्या बहाने बनाकर अपने को बेकसूर साबित कर सकता था , पर उसने ऐसा क्यों नहीं किया?

> रसीला बहुत तरीकों से अपने आप को बचा सकता था जैसे , वह यह बोल सकता था कि उसे नौकरी से निकालने के लिए इंजीनियर बाबू की यह साजिश है, या फिर यह भी बोल सकता था कि वह एक नौकर है इसलिए उस पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है। पर उसने ऐसा इसलिए कुछ नहीं किया क्योंकि वह एक ईमानदार और नेक दिल इनसान था और उससे एक और अपराध करने का हिम्मत ना था।

Post a Comment

0 Comments